कविता आ तुझ को तुझ से चुरा लू February 8, 2022 / February 8, 2022 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment आ तुझ को तुझ से चुरा लू,प्यार से तुझे दिल में बसा लू।ख्वासिश है यह आखरी मेरी,तुझ को मै अपना बना लू।। कजरे की जगह तुझे लगा लू,बंद नयनों में मै तुझे बसा लू।तुम मेरे श्याम हो मै राधा तेरी,यह मोहनी सूरत तेरी बसा लू।। गजरे की जगह तुझे लगा लू,बालो में तुझ को मै […] Read more » come steal you from you आ तुझ को तुझ से चुरा लू