कविता ईद का चांद तो तुम्हे दिखाना ही पड़ेगा। May 3, 2022 / May 3, 2022 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment ईद का चांद तो तुम्हे दिखाना ही पड़ेगा।आस्मां को ज़मीं पर तो झुकाना पड़ेगा।। कब तक रखोगे तुम दो दिलो को अलग।कभी न कभी तो उनको मिलाना पड़ेगा।। कब तक रखोगे खूबसूरत चेहरा छिपाकर।कभी न कभी तो उसको दिखाना पड़ेगा।। ईद आई है तो उसे गले लगाना ही होगा।कुछ न कुछ तो उसे हमे दिलाना […] Read more » You will have to show the moon of Eid. ईद का चांद तो तुम्हे दिखाना ही पड़ेगा।