विविधा उत्तर आधुनिक आंदोलन क्यों असरहीन हो जाते हैं July 2, 2010 / December 23, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 3 Comments on उत्तर आधुनिक आंदोलन क्यों असरहीन हो जाते हैं -जगदीश्वर चतुर्वेदी यह आयरनी है कि जिस आंदोलन के लिए लोग पागलपन की हद तक दीवाने थे, गलियों-मुहल्लों में वैचारिक मुठभेड़ें हो रही थीं और चारों ओर लग रहा था कि यह आंदोलन मूलगामी परिवर्तनों का वाहक बनेगा। एक अवधि के बाद पाते हैं कि वही आंदोलन और उससे जुड़ा विचार गायब है.मेरा संकेत रामजन्मभूमि-बाबरी […] Read more » Movement उत्तर आधुनिक आंदोलन