व्यंग्य पूंछ दिखा वनराज को चिढ़ा रहा उत्पाती वानर August 27, 2020 / August 27, 2020 by सुशील कुमार नवीन | Leave a Comment सामयिक व्यंग्य सुशील कुमार ‘नवीन’ चलिये आज एक नई कहानी सुनाते हैं। जंगल में एक पेड़ पर दो बन्दर रहते थे। शैतान तो दोनों ही थे पर एक ज्यादा था। मित्रवत थे सो एक-दूसरे के सुख-दुख के साझी भी थे। एक दिन पेड़ पर आदतन उछलकूद कर रहे थे। दूर एक पेड़ की छांव में […] Read more » उत्पाती वानर