कहानी ऊंचे विचार वाले July 15, 2013 / July 15, 2013 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | 1 Comment on ऊंचे विचार वाले साहित्यिक गोष्ठी समाप्त हो चुकी थी और मैं अपने गृह नगर वापिसी के लिये ट्रेन पकड़ने कॆ उद्देश्य से स्टेशन आ गया था||ट्रेन करीब दो घंटे लेट थी| हम पति पत्नी समय बिताने के लिये एक बेंच पर बैठ गये|प्लेट फार्म पर बहुत चहल पहल थी| थोड़ी […] Read more » ऊंचे विचार वाले