आलोचना एक ठुमके के चार करोड़, गरीब को चार पैसे नही December 16, 2011 / December 16, 2011 by शादाब जाफर 'शादाब' | 4 Comments on एक ठुमके के चार करोड़, गरीब को चार पैसे नही \” शादाब जफर शादाब देश में हर तरफ न्यू ईयर कैसे सेलिब्रेट किया जाए इस सब की प्लानिंग की जा रही है। न्यू इयर में पैसे की बारिश हो जाये और आने वाले साल में पूरे साल पैसा बरसता रहे देश के कुछ तिकडमबाज आज इस गुणा भाग में लगे है। इस सब के लिये […] Read more » new year celebration एक ठुमके के चार करोड़ गरीब को चार पैसे नही