विविधा व्यंग्य आई ज्ञान की आंधी June 7, 2011 / December 11, 2011 by आशुतोष | 1 Comment on आई ज्ञान की आंधी आशुतोष कबीरदास ने कहा है – संतों भाई, आई ज्ञान की आंधी। भ्रम की टाटी सबै उड़ाणी, माया रहे न बाकी। आंधी तो आंधी है। वह जब आती है तो सब कुछ उड़ा ले जाती है। ऊंचा-नीचा, अच्छा-बुरा, उजला-काला, रात-दिन, कुछ नहीं देखती। सामने तिनका हो या पूरा पेड़, वह उसे उड़ा ले जाने की […] Read more » Baba Ramdev कबीरदास ज्ञान बाबा रामदेव भ्रष्टाचार संत