राजनीति कम्युनिज्म की असहिष्णुता / विपिन किशोर सिन्हा June 2, 2012 / June 28, 2012 by विपिन किशोर सिन्हा | 4 Comments on कम्युनिज्म की असहिष्णुता / विपिन किशोर सिन्हा कार्ल मार्क्स ने कहा था कि जब दो संस्कृतियां एक ही भूभाग पर एक साथ उपस्थित हो जाती हैं, तो वह संस्कृति जिसके पास श्रेष्ठ दर्शन होता है, दूसरे को निगल लेती है। मार्क्स का यह कथन भारत के बारे में सर्वथा सत्य है। इस प्राचीन देश की मूल आर्य संस्कृति को नष्ट करने के […] Read more » intolerance of communism कम्युनिज्म की असहिष्णुता वैचारिक अश्पृश्यता