कविता करते सिक्के शोर ! August 13, 2020 / August 13, 2020 by प्रियंका सौरभ | Leave a Comment क़तर रहे हैं पंख वो, मेरे ही लो आज !सीखे हमसे थे कभी, भरना जो परवाज़ !! आखिर मंजिल से मिले, कठिन साँच की राह !ज्यादा पल टिकती नहीं, झूठ गढ़ी अफवाह !! अब तक भँवरा गा रहा, जिसके मीठे राग !वो तितली तो उड़ चली, कब की दूजे बाग़ !! वक्त-वक्त का खेल है, […] Read more » करते सिक्के शोर