कविता काश ! मैं तुम्हारा मोबाइल होता February 2, 2019 / February 2, 2019 by आर के रस्तोगी | 3 Comments on काश ! मैं तुम्हारा मोबाइल होता काश ! मैं तुम्हारा मोबाइल होता तुम्हारे कानो से चिपका होता तुम अपने दिल की बात कहतीमैं अपने दिल की बात कहता काश ! तुम मेरे मोबाइल होतेभले ही मेरे कानो से चिपके होतेपर जब मैं बॉय फ्रेंड से बात करती तुम्हारे दिल में कडवाहट होती काश ! मै तुम्हारा दीपक होता तुम मेरी तेल बाति होती मै सारी रात […] Read more » काश ! मैं तुम्हारा मोबाइल होता