व्यंग्य अब कुंआरों का ब्याह भी कराएंगे गुरुजन ! August 30, 2020 / August 30, 2020 by सुशील कुमार नवीन | Leave a Comment सुशील कुमार ‘नवीन’ गांव में एक रांडे(कुंआरे) का ब्याह नहीं हो पा रहा था। एक दिन सुबह-सुबह आत्महत्या की सोच रस्सी लेकर वह खेत की ओर निकल पड़ा। रास्ते में रिश्ते में भाभी लगने वाली महिला ने हंसी-ठिठोली के मूड में छेड़ दिया। बोलीं-देवर जी, रस्सी से फांसी खाने का इरादा है क्या। उसने तो […] Read more » कुंआरों का ब्याह