कविता साहित्य
कौसानी तक
by बीनू भटनागर
हलद्वानी के खुले जो द्वार, पंहुचे हम कुमाऊँ खण्ड, उत्तराखण्ड का सुन्दर अंग, चढ़ाई हुई अब आरंभ। नैनीताल के रस्ते मे, जब देखा विशाल भीमताल, भीमताल है इतना सुन्दर तो, कैसा होगा नैनीताल! नैनी झील के चारों ओर, बसा है नैनीताल। पर्यटकों का सर्वाधिक रुचिकर है, कुमाऊँ का ये स्थान। प्रत्यूषकाल मे, […]
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