गजल गजल- मेरा तो घर जला दिया अच्छा नहीं किया July 5, 2012 / July 5, 2012 by इक़बाल हिंदुस्तानी | 1 Comment on गजल- मेरा तो घर जला दिया अच्छा नहीं किया इक़बाल हिंदुस्तानी तुमने हमें हरा दिया अच्छा नहीं किया, सोये थे क्यों जगा दिया अच्छा नहीं किया। सौदा तो कर लिया मगर कैसे टिकेगा ये, रूठों को यूं मना दिया अच्छा नहीं किया। खुद पर जो आंच आई तो हल्ला मचा दिया, मेरा तो घर जला दिया अच्छा नहीं किया। तुम तो […] Read more » gazal by iqbal hindustani गजल- मेरा तो घर जला दिया अच्छा नहीं किया