व्यंग्य गरीबी -मानसिक अवस्था और खैरात August 7, 2013 by एल. आर गान्धी | Leave a Comment एल आर गाँधी आत्मविश्वास से लबरेज़ चोखी लामा वी -शेप की चप्लियाँ चटकाते सुबह सुबह आ धमके …. हलो … की हुंकार लगाई । आवाज़ में जोश और आक्रोश एक साथ छलक रहा […] Read more » गरीबी -मानसिक अवस्था और खैरात