चिंतन कृषि विकास और गांवों की खुशहाली April 17, 2012 / April 21, 2012 by अखिलेश आर्येन्दु | 2 Comments on कृषि विकास और गांवों की खुशहाली अखिलेश आर्येन्दु कृषि विकास और गांवों की खुशहाली के लिए पशुधन की बढ़ोत्तरी पर गम्भीर होना ही होगा आजादी के पहले एक विदेशी इतिहासकार और अर्थशास्त्री ने भारत की कृषि संस्कृति और कृषि सम्पदा की सराहना करते हुए लिखा था कि गांवों में गरीबी विकट होने और खेती घाटे में रहने के बावजूद भी लोग […] Read more » cultivation in Indian villages कृषि विकास गांवों की खुशहाली