धर्म-अध्यात्म गीता सार और वैदिक धर्म May 24, 2016 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य गीता का सार प्रस्तुत करते हुए एक बात यह भी कही जाती है कि गीता के अनुसार मनुष्यों को ‘सभी प्रकार की आसक्ति को छोड़कर और सफलता-असफलता को समान समझकर अपना कर्तव्य करना चाहिए। यही कर्मयोग है। अपने धर्म में भले ही कुछ कमियां हों, फिर भी वह दूसरों के धर्म से […] Read more » गीता सार वैदिक धर्म