गजल गज़ल:बाप ही जब बेटियों को इस तरह खाने लगें….. August 5, 2012 / August 5, 2012 by इक़बाल हिंदुस्तानी | 1 Comment on गज़ल:बाप ही जब बेटियों को इस तरह खाने लगें….. इक़बाल हिंदुस्तानी बच्चा बच्चा हाथ में थामेगा ख़ंजर देखना, और आगे चलके इस दुनिया के मंज़र देखना। जुल्म सहना छोड़कर जब उठ खड़े हो जाओगे, ज़िंदगी की भीख मांगेगा सितमगर देखना। फ़ितरतन तो आग उगलेगा शिकायत क्या करें, रख के पानी में हज़ारों साल पत्थर देखना। आपका कुनबा ज़माने में अमर हो […] Read more » gazal by iqbal hindustani गज़ल:बाप ही जब बेटियों को इस तरह खाने लगें