कविता तितली है खामोश ! October 16, 2020 / October 16, 2020 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment बदल रहे हर रोज ही, हैं मौसम के रूप !ठेठ सर्द में हो रही, गर्मी जैसी धूप !!सूनी बगिया देखकर, तितली है खामोश !जुगनूं की बारात से, गायब है अब जोश !!दें सुनाई अब कहाँ, कोयल की आवाज़ !बूढा पीपल सूखकर, ठूंठ खड़ा है आज !!जब से की बाजार ने, हरियाली से प्रीत !पंछी डूबे […] Read more » Butterfly is silent! तितली है खामोश