कविता जन्म जन्म हु साथ निभाये,तुम ऐसे बंधन में बंध जाये October 30, 2018 / October 30, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment जन्म जन्म हम साथ निभाये,तुम ऐसे बंधन में बंध जाओ बन जाता हूँ दिल तुम्हारा,तुम दिल की धड़कन बन जाओ कभी लड़े भिड़े न जीवन में,ऐसा तुम दर्पण बन जाओ हंसी-ख़ुशी जीवन बिताये,तुम जीवन की आशा बन जाओ मै बन जाऊ साँस तुम्हारी,तुम जीवन की आस बन जाओ मै बन जाऊ चाहत तेरी,तुम मेरे दिल […] Read more » जन्म जन्म हु साथ निभाये तुम ऐसे बंधन में बंध जाये बिजली तुम्हारी