कविता गजल-श्यामल सुमन- दीपक April 13, 2012 / April 14, 2012 by श्यामल सुमन | 2 Comments on गजल-श्यामल सुमन- दीपक श्यामल सुमन जिन्दगी में इश्क का इक सिलसिला चलता रहा लोग कहते रोग है फिर दिल में क्यों पलता रहा आँधियाँ थीं तेज उस पर तेल भी था कम यहाँ बन के दीपक इस जहाँ में अनवरत जलता रहा इस तरह पानी हुआ कम दुनियाँ में, इन्सान में दोपहर के बाद सूरज जिस […] Read more » poem Poems कविता दीपक कविता