राजनीति नेताओं की झूठी शान और देश की दुर्गति May 12, 2012 / May 12, 2012 by सिद्धार्थ शंकर गौतम | 1 Comment on नेताओं की झूठी शान और देश की दुर्गति सिद्धार्थ शंकर गौतम वर्तमान में राजनीति जनसरोकारों से जुड़े मुद्दों को हल करने की बजाय भोग-विलासिता का साधन मात्र बन गई है| राजनीति के गुण-दोषों में दोष की अतिरेकता अधिसंख्य हुई है| फिर नेता भी अब वैसे नहीं रहे| अन्ना, रामदेव, केजरीवाल के नेताओं-सांसदों के प्रति कहे अपमानजनक बयानों पर नाक-भौं सिकोड़ने वाले नेताओं में […] Read more » देश की दुर्गति नेताओं की झूठी शान