कविता नारी पुरुष का मूलतः चार जैविक रुप होता October 4, 2024 / October 4, 2024 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकनारी पुरुष का मूलतः चार जैविक रुप होतामाँ-पिता भाई-बहन पति-पत्नी और पुत्र-पुत्रीमाँ-पिता हैं इस धरा के सबसे बड़े देवी देवतामाँ-पिता के बराबर कोई सम्बन्धी नहीं होता! भाई-बहन का आपसी रिश्ता तबतक ही होताजबतक वे माँ-पिता के आश्रित, नाबालिग होतेजबतक वे माँ-पिता की रसोई में खाना खातेजबतक पिता करते हैं अन्न धन की व्यवस्था! […] Read more » नारी पुरुष का मूलतः चार जैविक रुप होता