विधि-कानून न्यायाधीशों द्वारा सम्पत्ति घोषित करने के निहितार्थ : मयंक चतुर्वेदी August 30, 2009 / December 27, 2011 by मयंक चतुर्वेदी | 1 Comment on न्यायाधीशों द्वारा सम्पत्ति घोषित करने के निहितार्थ : मयंक चतुर्वेदी ज्युडिशिअरी पर उठ रहे प्रश्नों को विराम देते हुए जिस प्रकार सुप्रीम कोर्ट के न्यायधीशों ने एकमत होकर सम्पत्ति को सार्वजनिक करने का निर्णय लिया है। भ’ष्टाचार पर नकेल कसने के लिये इसे स्वागत योग्य कदम माना जाना चाहिए। लम्बे समय से यह माँग चल रही थी कि विधिवेत्ता न्यायाधीश भी अपनी सम्पत्ति का खुलासा […] Read more » Judge न्यायाधीश