समाज न समाजवाद न बहुजनवाद : साईकिल के चक्कों में फंसा बचपन November 28, 2016 by अनुज हनुमत | Leave a Comment अगर शिक्षा के प्रति बच्चों के ख़त्म होते रुझान की बात करें तो आपको इसका अंदाजा यहाँ के सरकारी विद्यालयों से लग जायेगा । यहाँ के विद्यालय में कहने को तो सारे बच्चों का एडमिशन है और शायद सभी बच्चे कुछ अहम मौके पर उपस्थित भी हो जाते हों पर पर सच्चाई ये थी की विद्यालय में इक्का दुक्का ही बच्चे थे । जब मैं उसी समय गाँव के अंदर गया तो मुझे कई बच्चे साइकिल के चक्के चलाते हुए दिखे । Read more » Featured न समाजवाद न बहुजनवाद : साईकिल के चक्कों में फंसा बचपन बचपन बहुजनवाद समाजवाद