कविता अब दिवाली के पुराने दिन याद आते है October 29, 2018 / October 29, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment अब दिवाली के पुराने दिन याद आते है जब दीवारों को चूने से पुतवाते थे चूने को बड़े ड्रमों में घुलवाते थे उसमे थोडा सा नील डलवाते थे सीडी पड़ोसी से मांग कर लाते थे अगर पुताई वाला नहीं आता तो खुद ही सीडी पर चढ़ जाते थे अब दिवाली के पुराने दिन या आते […] Read more » अब दिवाली के पुराने दिन याद आते है चूने पुतवाते फुलझड़ियाँ