धर्म-अध्यात्म पुरुषार्थ और प्रारब्ध December 29, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य हमारा जीवन प्रारब्ध की नींव पर बना है और जीवन को सार्थक करने के लिए हमें पुरुषार्थ करना है। हम वेद मार्ग पर चलते हुए ज्ञान प्राप्ति, उपासना व समाजोत्थान के लिए जितने कार्य करेंगे उससे हमारा वर्तमान और भावी जीवन यशस्वी व सुखमय होगा। प्रश्न है कि पुरुषार्थ और प्रारब्ध हैं […] Read more » पुरुषार्थ प्रारब्ध
जन-जागरण ‘ईश प्रार्थना और प्रारब्ध’ December 31, 2014 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment ओ३म् हम इस लेख में प्रार्थना और प्रारब्ध पर विचार कर इन दोनों के परस्पर सम्बन्ध पर भी विचार करेंगे। प्रार्थना एक प्रकार से किसी से कुछ मांगना होता है। हमें जब किसी सरकारी विभाग से कुछ मांगना होता है तो हम प्रार्थना पत्र लिखते व भेजते हैं। प्रार्थना प्रायः अपने से बड़े व्यक्ति से […] Read more » ईश प्रार्थना प्रारब्ध