विविधा एक फंड़ामेंटलिस्ट से कबीर की मुलाकात November 6, 2010 / December 20, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 1 Comment on एक फंड़ामेंटलिस्ट से कबीर की मुलाकात ‘‘ एक ऊँची इमारत पर लक्ष्मी का खूबसूरत बुत नस्ब (स्थापित) था।चंद लोगों ने जब उस इमारत को अपना दफ़्तर बनाया तो उस बुत को टाट के टुकड़ों से ढ़ाँप दिया। कबीर ने यह देखा तो उसकी आंखों में आँसू उमड़ आए। दफ़्तर के आदमियों ने ढारस दी और कहाः ‘‘ हमारे मज़हब में यह […] Read more » Kabir कबीर फंड़ामेंटलिस्ट