समाज टूटता संयुक्त परिवार एवं बिखरते रिश्ते July 13, 2016 / July 13, 2016 by प्रीति कुमारी | Leave a Comment प्रीति कुमारी परिवार स्थायी एवं सार्वभौमिक संस्था है, परन्तु प्रत्येक स्थान पर इसके स्वरूप में भिन्नता पायी जाती है। उदाहरणार्थ – पश्चिमी देशों में मूल परिवार या दाम्पत्य परिवार की प्रधानता थी तो भारतीय गांव में संयुक्त परिवार या विस्तृत परिवार की। परिवार के अभाव में हम समाज की कल्पना नहीं कर सकते हैं। आगस्त […] Read more » breaking joint family टूटता संयुक्त परिवार बिखरते रिश्ते संयुक्त परिवार