आर्थिकी राजनीति पूंजीवादी अर्थव्यवस्थाओं पर मंडराते खतरों का हल भारतीय दर्शन में है August 19, 2021 / August 19, 2021 by प्रह्लाद सबनानी | Leave a Comment पश्चिमी देशों में उपभोक्तावाद के धरातल पर टिकी पूंजीवादी अर्थव्यवस्थाओं पर आज स्पष्टतः खतरा मंडरा रहा है। 20वीं सदी में साम्यवाद के धराशायी होने के बाद एक बार तो ऐसा लगने लगा था कि साम्यवाद का हल पूंजीवाद में खोज लिया गया है। परंतु, पूंजीवाद भी एक दिवास्वप्न ही साबित हुआ है और कुछ समय […] Read more » capitalist economies. Indian philosophy has the solution to the dangers looming over capitalist economies. भारतीय अर्थशास्त्र में पूंजीवादी अर्थव्यवस्था भारतीय दर्शन