ज्योतिष भाव और आजीविका विचार December 21, 2011 / December 21, 2011 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment भावों के अनुसार आजीविका का विचार इस प्रकार किया जा सकता हैं: – 1 प्रथम भाव (लग्न): – इससे जातक के स्वरूप, मानसिक स्थिति, रूचि, स्वभाव, गुण, कार्यकुशलता, उन्नति आदि का विचार किया जाता हैं। ये विषय जातक के व्यवसाय को प्रभावित करते हैं। अतः व्यवसाय का विचार करने में इस भाव का विशेष महत्व […] Read more » employment and business भाव और आजीविका विचार