शख्सियत डॉ. अंबेडकर और उनका संविधान बनाने में योगदान April 16, 2018 by देवेंद्रराज सुथार | Leave a Comment देवेंद्रराज सुथार सूबेदार रामजी मालोजी सकपाल तथा भीमा बाई की चौदहवीं संतान, भारतीय संविधान के निर्माण के प्रमुख स्तंभ, वंचित समाज के मूकनायक, स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान विपरीत परिस्थितियों में समाज का असहयोग तथा तिरस्कार झेलते हुए तत्कालीन भारत के सबसे अधिक शैक्षणिक योग्यता (अर्थशास्त्र के दो विषयों से पी०एच०डी०) धारित करने वाले, दलितों के […] Read more » Featured अमेरिका आयरलैंड कनाडा और फ्रांस धार्मिक स्वतंत्रता पचास हजार पुस्तकों ब्रिटिश भीमराव अंबेडकर
राजनीति मनुवाद का उग्र व रक्तरंजित विरोध पर मायावती को सोचना होगा March 22, 2017 / March 22, 2017 by आचार्य विष्णु श्रीहरि | Leave a Comment प्रमाणित और निर्णायक तौर पर मायावती न तो काशी राम हैं और न ही भीमराव अबेडकर हैं। काशी राम और भीम राव अंबेडकर को दौलत नहीं चाहिए थे, संपत्ति से इन्हें कोई मोह नहीं था। इनकी केवल इच्छा दलितों की उन्नति और उत्थान था, जिनके लिए ये लडे। काशी राम पार्टी और संगठन में आये पैसे कार्यकर्ताओं के बीच वितरित करते थे। इसलिए काशी राम के प्रति दलितों का सम्मान जारी है। अबेडकर कहा करते थे कि सिर्फ उफान पैदा करने से और गाली देने से मात्र से दलितों का उत्थान नहीं होगा, उन्नति नहीं होगी। Read more » Featured काशी राम भीमराव अंबेडकर मनुवाद मनुवाद का उग्र विरोध मनुवाद का रक्तरंजित विरोध मायावती सर्वजन हिताय और सर्वजन सुखाय
विविधा डॉ. अम्बेडकर का मत परिवर्तन और बौद्ध धर्म October 14, 2011 / December 5, 2011 by विजय कुमार | 6 Comments on डॉ. अम्बेडकर का मत परिवर्तन और बौद्ध धर्म 14 अक्तूबर पर विशेष वर्तमान भारत में जब-जब भगवान बुद्ध को स्मरण किया जाता है, तब-तब स्वाभाविक रूप से बाबा साहब डा0 भीमराव अम्बेडकर का भी नाम लिया जाता है। क्योंकि स्वतंत्रता के बाद बहुत बड़ी संख्या में एक साथ डा0 अम्बेडकर के नेतृत्व में ही मत परिवर्तन हुआ था। 14 अक्तूबर, 1956 को नागपुर […] Read more » Bhimrao Ambedkar buddhism दीक्षा बौद्ध धर्म भीमराव अंबेडकर