विविधा स्वार्थ के लिए भोजपुरी और हिन्दी-दोनों को कमजोर करने का कुचक्र December 5, 2016 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on स्वार्थ के लिए भोजपुरी और हिन्दी-दोनों को कमजोर करने का कुचक्र डॉ. अमरनाथ हिन्दी आज टूटने के कगार पर है. भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की माँग तेज हो गई है. भोजपुरी क्षेत्र के दो सांसदों ने संसद में फिर से यह माँग की है. पिछले 8अगस्त और इसके बाद 15 नवंबर को इस माँग के समर्थन में दिल्ली के जंतर मंतर […] Read more » कमजोर करने का कुचक्र भोजपुरी भोजपुरी को स्वायत्तता संवैधानिक-मान्यता भोजपुरी हिन्दी