कविता मजहब के नाम पर September 7, 2021 / September 8, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | 1 Comment on मजहब के नाम पर —विनय कुमार विनायकओ शिक्षित इस्लामी तालिबानी बुद्धिमानों!तुमने बामियानी बुद्ध की दो हजार वर्ष कीविशालतम प्रतिमाओं व पूर्वजों की विरासतीप्रस्तर मूर्तियों को तोड़ विश्व को बता दियाकि तुम्हारे मजहब में मजहबवालों के लिएकौन सी बातों की है मनाही और स्वीकृति! तुम्हारे मजहब में मूर्ति को बनाना है मना,तो क्यों बनाते हो फोटो पहचान-पत्र आईडी?फिर क्यों तोड़ […] Read more » मजहब के नाम पर