धर्म-अध्यात्म मनुष्य का परम कर्तव्य ईश्वर के स्वरूप का यथार्थ ज्ञान व उसकी उपासना August 14, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment प्रत्येक व्यक्ति के मन में इस सृष्टि को देखकर इसके बनाने वाले कर्त्ता का ध्यान आता है परन्तु वह ज्ञान की अल्पता में निर्णय नहीं कर पाता कि इसका बनाने वाला वस्तुतः कौन है? सृष्टि को देखकर शिक्षित व विवेकवान मनुष्य की बुद्धि कहती है कि वह एक महान, चेतन, सर्वव्यापक, निराकार, सूक्ष्मातिसूक्ष्म, अदृश्य, […] Read more » ईश्वर के स्वरूप का यथार्थ ज्ञान मनुष्य का परम कर्तव्य