साहित्य जम्मू कश्मीर के इतिहास का एक दु:खद अध्याय/ महाराजा हरि सिंह का निष्कासन February 6, 2015 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | 1 Comment on जम्मू कश्मीर के इतिहास का एक दु:खद अध्याय/ महाराजा हरि सिंह का निष्कासन — डा० कुलदीप चन्द अग्निहोत्री अंग्रेज़ों के चले जाने के बाद और भारतीय रियासतों का देश की नई सांविधानिक व्यवस्था में अधिमिलन हो जाने के बाद महाराजा हरि सिंह इतना तो समझ ही चुके थे कि इतिहास का रथ जिस दिशा में जा रहा है , उसे वापिस नहीं पलटा जा सकता । वैसे तो […] Read more » जम्मू कश्मीर के इतिहास का एक दु:खद अध्याय महाराजा हरि सिंह महाराजा हरि सिंह का निष्कासन