कविता दुनिया भर के बच्चे, मां और भाषाएं January 31, 2021 / January 31, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —–विनय कुमार विनायकएक जैसे होते दुनिया भर के बच्चे!एक ही बाल-सुलभ हंसी-रुदन-कौतुकबच्चे चाहे हों अमेरिकी/अफगानी/तालिबानी/ब्रितानी/ईरानी/पाकिस्तानीभारतीय सप्तद्वीप-नौखण्ड में कहीं केएक जैसे होते दुनिया भर के बच्चे! दुनिया भर के बच्चों के,मां की कोख सेनिकलते ही के हूं—के हूं–कहां—कहां? केपहले सबाल में ही छिपी होतीविश्वभर की तमाम मानवीय भाषाएं! जिसे समझ लेती विश्वभर की मांएंदूध उतर आए […] Read more » Children mothers and languages around the world दुनिया भर के बच्चे मां और भाषाएं