खेत-खलिहान
धरतीपुत्र किसान अपनी धरती माॅ को विषकन्या न बनायेे
/ by आत्माराम यादव पीव
आत्माराम यादव पीवधरती माॅ है जो अखिल विश्व की सृष्टि का आधार है। धरती माॅ सकल विश्व का भरण करने वाली, धन को धारण करन वाली गृहरूपा है, उसकी कोख से हीरा, पन्ना, मोती, सोना, चान्दी, लोहा आदि पैदा होते है। उसके वक्ष स्थल पर पर्वत,पेड़,सागर, सरोवर, नदियाॅ, महल और मकान है जिसकी गोद में […]
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