कविता आज का कवियों की विशेषता October 25, 2018 / October 25, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment कवि कविता कम,चुटकले ज्यादा सुनाते है वे हंसाते कम है,तालियाँ ज्यादा पिटवाते है कवि मुहँ लटका कर,मंच पर आकर बैठ जाते है चूकि आने से पहले घरवाली से पिट कर आते है कवि कल्पना के पास है पर कल्पना में खोये रहते है वे रात को जगते रहते है,पर दिन में सोये से रहते है […] Read more » आज का कवियों की विशेषता चुटकले मुहं लटकाये