धर्म-अध्यात्म मेरे मानस के राम : अध्याय 41 September 10, 2024 / September 10, 2024 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment मेघनाद का अंत एक दिन निश्चय होत है, पापी का भी अंत।बचता नहीं अभिशाप से, देता है जब संत।। धर्म विरुद्ध जो भी चले, निश्चय पापी होय।फल कठोर उसको मिले, बचा ना पावे कोय।। न्याय चक्र चलता सदा, धर्म चक्र के साथ।वंश सदा ही डूबता , किया हो जिसने पाप।। विभीषण जी से सारी जानकारी […] Read more » मेघनाद का अंत