कविता ये मुट्ठी भर लोग July 28, 2014 by बीनू भटनागर | Leave a Comment -बीनू भटनागर- इन मुट्ठी भर लोगों के, भड़काने और बहकाने से, क्यों राम के भक्त और अल्लाह के बन्दे, मरने मारने पर, आमदा हो जाते हैं! कभी मुज़्जफ़रनगर तो कभी, सहारनपुर जलाते हैं। चंद नेता और कुछ कट्टरवादी (अ)धार्मिक तत्व, कैसे मजबूर कर देते हैं, अपनो को अपनो का ख़ून बहाने को, सिर्फ इसलियें कि […] Read more » कविता ये मुट्ठी भर लोग हिन्दी कविता