विविधा राष्ट्र भाषा हिंदी की दुर्दशा September 30, 2012 by राकेश कुमार आर्य | 10 Comments on राष्ट्र भाषा हिंदी की दुर्दशा राकेश कुमार आर्य आज हम स्वतंत्र देश के स्वतंत्र नागरिक हैं। हमारी राष्ट्र भाषा हिंदी है, इस भाषा को बोलने वाले विश्व में सबसे अधिक लोग हैं। अंग्रेजी को ब्रिटेन के लगभग दो करोड़ लोग मातृ भाषा के रूप में प्रयोग करते हैं, जबकि हिंदी को भारत वर्ष में उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, […] Read more » राष्ट्र भाषा हिंदी की दुर्दशा