व्यंग्य साहित्य राहू केतू का मारा सर्वहारा November 28, 2015 by अशोक गौतम | Leave a Comment कई दिनों से अपने खास यार दोस्तों से बहुत परेशान चल रहा था। जिस दोस्त पर भी विश्वास करता वही धोखा दे मुस्कराता आगे हो लेता। जब उनसे बचने के सारे जत्न कर हार गया तो पंडित भीरू बीवी ने सलाह दी, ‘लगता है आप पर किसी बुरे ग्रह की दशा चल रही है। तभी […] Read more » राहू केतू का मारा सर्वहारा