विविधा दोनों हाथों लुटता असंगठित उपभोक्ता August 16, 2012 / August 16, 2012 by निर्मल रानी | Leave a Comment निर्मल रानी दिन-प्रतिदिन निरंतर बढ़ती जा रही मंहगाई के बोझ तले जहां आम लोग दबते जा रहे हैं तथा उनका जीना मुहाल हो गया है वहीं यह आम उपभोक्ता मंहगाई के अतिरिक्त और भी तरह-तरह की ठगी का शिकार होते देखे जा सकते हैं। परंतु ज़ाहिर है जो सरकार या प्रशासन उत्पादकों व व्यापारियों को […] Read more » दोनों हाथों लुटता असंगठित उपभोक्ता लुटता असंगठित उपभोक्ता