व्यंग्य व्यंग्य हैप्पी वेलेंटाइन मेरी जान! February 12, 2013 by अशोक गौतम | Leave a Comment अशोक गौतम हम दोनों की एक समान विशेषता है कि हम दोंनों एक दूसरे को हीन मानते हैं। वह मुझे इसलिए हीन मानता है कि मै शादी शुदा हूं तो मैं उनको इसलिए हीन मानता हूं कि वह अभी तक अविवाहित है। हीन के साथ साथ वह मुझे छूत भी मानता है। इसलिए जब जब […] Read more » व्यंग्य हैप्पी वेलेंटाइन मेरी जान!