महिला-जगत समाज महिलाओं के लिए ये कैसी लड़ाई जिसे महिलाओं का ही समर्थन नहीं October 29, 2018 / October 29, 2018 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment डॉ नीलम महेंद्र मनुष्य की आस्था ही वो शक्ति होती है जो उसे विषम से विषम परिस्थितियों से लड़कर विजयश्री हासिल करने की शक्ति देती है। जब उस आस्था पर ही प्रहार करने के प्रयास किए जाते हैं, तो प्रयास्कर्ता स्वयं आग से खेल रहा होता है। क्योंकि वह यह भूल जाता है कि जिस आस्था पर वो प्रहार कर […] Read more » अय्यपा न्यायालय बाबरी मस्जिद महिलाओं के लिए ये कैसी लड़ाई जिसे महिलाओं का ही समर्थन नहीं शनि शिंगणापुर सबरीमाला
समाज महिलाओं के लिए ये कैसी लड़ाई जिसे महिलाओं का ही समर्थन नहीं October 25, 2018 / October 25, 2018 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment डॉ नीलम महेंद्र मनुष्य की आस्था ही वो शक्ति होती है जो उसे विषम से विषम परिस्थितियों से लड़कर विजयश्री हासिल करने की शक्ति देती है। जब उस आस्था पर ही प्रहार करने के प्रयास किए जाते हैं, तो प्रयास्कर्ता स्वयं आग से खेल रहा होता है। क्योंकि वह यह भूल जाता है कि जिस आस्था पर वो प्रहार कर […] Read more » "गंगा जल अब सबरीमाला अर्बन नक्सलवाद न्यायालय महिलाओं शनि शिंगणापुर