कविता शस्त्र द्वारा रक्षित देश में शास्त्रों का सद्चिंतन संभव है October 1, 2022 / October 1, 2022 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment ( शस्त्रेण रक्षिते देशे शास्त्रचिन्ता प्रवर्तते )—विनय कुमार विनायकशस्त्र द्वारा रक्षित राष्ट्रों में हीशास्त्रों का सद्चिंतन संभव होताशस्त्र जिस देश में झुक जाएगावहां अराजकता का कलरव होता! जहां ढोंगी पोंगापंथी कठमुल्ला गाल बजाएगाशस्त्र जहां अहिंसा परमोधर्म का गीत सुनाएगाअर्जुन गीता ज्ञान शर संधान से मुकर जाएगासमझ लीजिए वहां शीघ्र ही दुर्दिन आ जाएगा! कोरा किताबी […] Read more » Contemplation of scriptures is possible in a country protected by weapons शस्त्र द्वारा रक्षित देश