कविता शहर छोड़ कर अब गांव चलेंगे May 26, 2020 / May 26, 2020 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment शहर छोड़ कर,अब गांव चलेंगे,नौकरी छोड़ अब मालिक बनेंगे।शुद्ध लाभ लेकर उद्यमी बनेंगे,अपनी किस्मत अब खुद लिखेगे। देख लिया है लॉक डाउन में ,कितने पापड़ हमने बेले है।पैदल चलकर परिवार के साथकितने कष्ट हमने झेले है।। कोई किसी का कुछ नहीं करता,केवल कोरी बाते ये करते हैं।अपना उल्लू सीधा करके ये,हमको खूब ये लोग ठगते […] Read more » शहर छोड़ कर अब गांव चलेंगे