कविता टॉप स्टोरी शुभ-मंगल सब मिलकर बोलो December 31, 2013 / December 31, 2013 by हिमकर श्याम | Leave a Comment हिमकर श्याम व्यथित मन में मधु रस घोलो शुभ-मंगल सब मिलकर बोलो झोली में ले कर ख्वाब नया देखो आया है साल नया अरमानों की गठरी खोलो शुभ-मंगल सब मिलकर बोलो जो बीत गया सो बीत गया वह दुःख का गागर रीत गया उम्मीदों का दर फिर खोलो शुभ-मंगल सब मिलकर बोलो […] Read more » शुभ-मंगल सब मिलकर बोलो