आलोचना शोक संवेदना या बधाई संदेश December 30, 2013 / December 30, 2013 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | Leave a Comment “अम्माजी के बारे में सुनकर बहुत दु:ख हुआ|शहर के बाहर था इसलिये आ नहीं पाया|”मैं श्याम भाई के निवास पर उनकी माताजी की मृत्यु पर शोक संवेदना प्रकट करने पहुंचा था| “किंतु उन्हें बहुत कष्ट था,आठ माह से पलंग पर पड़ी थीं”उन्होंने जबाब दिया| […] Read more » शोक संवेदना या बधाई संदेश