कविता श्राद्ध , श्रद्धा है या आडम्बर October 1, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment जीवन में अजीब अचम्भा देखा जीते जी आदमी को भूखा देखा मरने के बाद उसको खाते देखा सदियों से चलती इस रीति को देखा श्राद्ध के नाम पर इस श्रद्धा को देखा देख रहे है आज उसे अनदेखा देखा वर्तमान की चिंता आज नहीं कर रहा भविष्य की चिंता आज किये जा रहा मानव किस […] Read more » भविष्य श्रद्धा है या आडम्बर श्राद्ध